शेखचिल्ली की कल्पना – Shekh Chilli Ki Kahani
Shekh Chilli Ki Kahani एक शेखचिल्ली साहब एक स्टेशन पर रहा करते थे। एक दिन एक मियाँजी रेल से एक राब की गगरी लेकर उतरे और शेखचिल्ली से कहा-“अबे इस घडे को शहर ले चलेगा?” शेखचिल्ली ने कहा-“ हाँ हुजूर। ” मियाँ ने कहा-“दो पैसे मिलेंगे। ” शेखचिल्ली ने कहा-“ दो ही देना।” मियाँ ने … Read more शेखचिल्ली की कल्पना – Shekh Chilli Ki Kahani